दरभंगा रेलवे स्टेशन पर चाइल्ड हेल्प डेस्क का औचक निरीक्षण
दरभंगा। दरभंगा रेलवे स्टेशन पर संचालित चाइल्ड हेल्प डेस्क का औचक निरीक्षण श्री सत्येंद्र प्रसाद, उप निदेशक जनसंपर्क सह डीपीआरओ, और बाल संरक्षण पदाधिकारी श्री पंकज कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। निरीक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा और सुधार के निर्देश दिए गए।
निरीक्षण के दौरान प्रमुख अवलोकन
- कर्मियों की उपस्थिति: डेस्क पर प्रतिनियुक्त दोनों कर्मी उपस्थित पाए गए।
- पंजी का निरीक्षण:
- उपस्थिति पंजी और चाइल्ड रेस्क्यू पंजी की जांच की गई।
- दोनों पंजीयों में कुछ त्रुटियां पाई गईं।
- दिसंबर माह का आंकलन:
- दिसंबर माह में केवल चार बच्चों का रेस्क्यू किया गया।
- यह संख्या काफी कम मानी गई।
दिए गए निर्देश
- सक्रियता बढ़ाने पर जोर:
- प्लेटफार्म पर सक्रिय रहकर बच्चों का रेस्क्यू सुनिश्चित करने का निर्देश।
- स्टेशन मास्टर और स्टेक होल्डर्स के साथ समन्वय बनाने की आवश्यकता बताई गई।
- पंजी त्रुटियों का समाधान:
- उपस्थित कर्मियों को पंजी में सुधार के लिए निर्देश दिए गए।
- आम जनता की भूमिका:
- नागरिकों से अपील की गई कि वे चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 या 112 पर सूचना देकर सहयोग करें।
चाइल्ड हेल्प डेस्क और चाइल्ड हेल्पलाइन की भूमिका
रेलवे चाइल्ड हेल्प डेस्क और जिला चाइल्ड हेल्पलाइन का उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
सेवा का उद्देश्य | संपर्क नंबर |
---|---|
भूले हुए बच्चों की सहायता | 1098 |
आपातकालीन सहायता | 112 |
बच्चों की सुरक्षा से जुड़े मुख्य मुद्दे
- बाल श्रम: प्लेटफार्म और अन्य क्षेत्रों में बाल श्रम पर नजर।
- बाल व्यापार और तस्करी:
- बच्चों को तस्करी से बचाने के लिए सक्रिय निगरानी।
- संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय।
- बाल विवाह और भिक्षावृत्ति:
- बच्चों को इन कुरीतियों से बचाने के प्रयास।
अधिकारियों के वक्तव्य
“रेलवे स्टेशन पर सक्रियता से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। आम जनता के सहयोग से हम इस कार्य को और प्रभावी बना सकते हैं।” – श्री सत्येंद्र प्रसाद।
“चाइल्ड रेस्क्यू में कमी को गंभीरता से लिया गया है। आवश्यक सुधार किए जाएंगे।” – श्री पंकज कुमार।
सुधार के लिए प्रस्तावित कदम
- सक्रिय निगरानी:
- कर्मियों की प्लेटफार्म पर गश्त बढ़ाने की योजना।
- समन्वय बैठक:
- स्टेशन मास्टर और अन्य स्टेक होल्डर्स के साथ नियमित बैठक।
- जनजागरूकता अभियान:
- यात्रियों को चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर की जानकारी देना।
निष्कर्ष
दरभंगा रेलवे स्टेशन पर चाइल्ड हेल्प डेस्क बच्चों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हालांकि, निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियों को दूर करना आवश्यक है।